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“द उत्तर प्रदेश मेगा एक्स्पो में नजर आई रविवार की बहार,त्योहार की रौनक से दमकने लगा है एक्स्पो

सिल्क के कपड़ों के साथ-साथ लोगों में रेशम बनाने की प्रक्रिया जानने को लेकर भी दिख रहा उत्साह
मिट़्टी के बर्तन, पीतल के सामान की भी हो रही खरीदारी

लखनऊ 5 नवंबर। अब से ठीक आठ दिन बाद दीपावली का त्योहार है,लेकिन इस त्योहार की दमक रविवार को ही उत्तर प्रदेश मेगा एक्स्पो में दिखाई देने लगी।
जब चंद दिनों में त्योहार हो और उससे पहले खाते में सिर्फ एक रविवार हो तो जाहिर है कि लोग उत्तर प्रदेश मेगा एक्स्पो जैसी जगह पर जाने का मोह कैसे छोड़ सकते हैं।
यही वजह रही कि रविवार को एक्स्पो में दर्शकों व खरीदारों की अच्छी-खासी भीड़ पहुंची और अपनी-अपनी पसंद के रेशम वाले स्टॉलों पर जाकर खरीदारी भी की। एक विशेष बात यह दिखी कि एक्स्पो में आने वाले लोग जितने उत्सुक खरीदारी को लेकर थे, उतना ही उत्साह इस बात को लेकर भी था कि रेशम कैसे बनता है।
उत्तर प्रदेश रेशम निदेशालय के स्टॉल पर प्री-ककून से लेकर पोस्ट-ककून तक की पूरी प्रक्रिया डेमो के माध्यम से समझाई जा रही थी और यहां इस प्रक्रिया को जानने वालों की अच्छी भीड़ भी दिखाई दे रही थी।

सोलर चरखे दिखा रहे स्वरोजगार की राह: एक्स्पो के एक स्टॉल पर सौर ऊर्जा से चलने वाले चरखे का डेमो किया जा रहा है। स्टॉल के प्रोपराइटर दिनेश चंद्र यादव ने बताया कि खादी ग्रामोद्योग द्वारा उपलब्ध कराए गए ये चरखे स्वचालित हैं और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीणों को स्वरोजगार हेतु नि:शुल्क उपलब्ध कराए गए हैं। 8 घंटे इन चरखों को चलाकर प्रतिदिन 300-400 रु. की आमदनी की जा सकती है। इनके लिए कच्चा माल भी खादी ग्रामोद्योग की ओर से उपलब्ध कराया जाता है।

सजीव प्रदर्शनी ने खींचा लोगों का ध्यान: एक्स्पो में बलवरी, टसर, गिरि सिल्क आदि सेक्टर्स की सजीव प्रदर्शनी लगाई गई हैं, प्री-ककून से पोस्ट ककून तक की पूरी प्रक्रिया का प्रदर्शन किया जा रहा है।

दीवाली के लिए पहली पसंद बन रहा ब्रास का सामान: मुरादाबाद का प्रसिद्ध पीतल का सामान यहां एक्स्पो में लोगों को खासा पसंद आ रहा है। इनमें पीतल के दीपक, पूजा थाली के आलावा एंटीक डिजाइन के सामान की काफी डिमांड हो रही है।

गुजरात का बंधेज, कश्मीर के मेवे भी हैं विशेष आकर्षण: सुरेन्द्रनगर गुजरात की स्टॉल पर लगाए गए बंधेज, आरी, जरी, पटोला सिल्क के सूट, साड़ियां, दुपट्टे, कुर्ते भी अवध के मिजाज को लुभा रहे हैं और स्टॉल पर मौजूद बुनकर भी यह बात की तस्दीक करते हैं कि लखनऊ में गुजरात का हैंडलूम काफी पसंद किया जाता है। परिधान के साथ-साथ खानपान की बात करें तो एक्स्पो में कश्मीर के मेवे की स्टॉल मौजूद है, जहां काजू, बादाम के अलावा कैरेमलाइज्ड फल काफी पसंद किए जा रहे हैं।

निदेशक ने देखी रेशम बनने की प्रक्रिया: उत्तर प्रदेश रेशम निदेशालय के निदेशक श्री सुनील वर्मा जी भी रविवार को एक्स्पो का निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने भी रेशम बनने की प्रक्रिया देखी और साथ ही बुनकरों से पूछा कि उन्हें एक्स्पो में किसी तरह की समस्या तो नहीं आ रही है।
सुमन सुप्रभात
7007311520

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