उत्तर प्रदेश

पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ की नवीनतम पुस्तक‘कवितायें कामयाबी की’ का हुआ लोकार्पण

12 महान विभूतियाँ हुई सम्मानित

लखनऊ 15 जुलाई। मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार श्री अवनीश अवस्थी, आई.ए.एस., ने आज प्रख्यात साहित्यकार पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ द्वारा रचित काव्यकृति ‘कवितायें कामयाबी का’ का लोकार्पण उ.प्र. प्रेस क्लब में किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ ईश वंदना, सरस्वती वंदना एवं माता-पिता की सुमधुर आरती से हुआ। पुस्तक के लेखक व प्रख्यात साहित्यकार पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत अभिनंदन किया। समारोह की अध्यक्षता प्रख्यात कवियत्री एवं हिन्दी साहित्य जगत की सशक्त हस्ताक्षर श्रीमती रमा आर्य ‘रमा’ ने की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लेखकों, कवियों, प्रशासनिक अधिकारियों, पत्रकारों, शिक्षाविदों, कानूनविदों व लखनऊ के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति ने समारोह को यादगार बना दिया। इस अवसर पर श्री अवनीश अवस्थी ने कहा कि पुस्तक ‘कवितायें कामयाबी की’ ऐसी प्रेरणादायी पुस्तक है, जिसे पढ़कर किशोर व युवा समझदारी से अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। इस पुस्तक में प्रत्येक कविता को उसके भावार्थ के साथ प्रस्तुत करना अनुपम प्रयोग है, जिससे पाठकगण कविताओं की प्रत्येक पंक्ति के मर्म को गहराई से समझ पायेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अन्य रचनाकार भी इस अनुपम प्रयोग से प्रेरणा लेंगे।

समारोह का खास आकर्षण सामाजिक उत्थान में अतुलनीय योगदान देने वाली विभूतियों का सम्मान समारोह रहा, जिन्हें मुख्य अतिथि श्री अवनीश अवस्थी ने पगड़ी पहनाकर, शाल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। सम्मानित होने वाली महान विभूतियों में सर्वश्री डा. जगदीश गाँधी, श्री उमेश चन्द्र तिवारी, आई.ए.एस., श्रीमती मायादेवी शर्मा, डा. अंशुमान पाण्डेय, डा. संदीप अग्रवाल, डा. सुल्तान शाकिर हाशमी, श्री मुरलीधर आहूजा, श्री राजेन्द्र चैरसिया, श्री शील अग्रवाल शामिल एवं श्री ज्वाला प्रसाद शर्मा शामिल हैं। इस अवसर पर अपने स्वागत भाषण में पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने कहा कि आप सभी की उपस्थिति ने मेरा मनोबल व उत्साह दो गुना नहीं अपितु सौ गुना कर दिया है। हरि ओम शर्मा को पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ बनाने वाले तो आप ही हैं। पं. शर्मा ने आगे कहा कि श्री अवनीश अवस्थी, आई.ए.एस., एवं मंचासीन महान विभूतियों के हाथों मेरी पुस्तक का लोकार्पण होना मेरे लिए अति-सौभाग्य की बात है।

प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि मैं इस अवसर पर लेखक पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ को बधाई देना चाहता हूँ कि उन्होंने युवाओं को एक नया रास्ता दिखाया है। प्रख्यात साहित्यकार डा. सुल्तान शाकिर हाशमी ने कहा कि ‘कवितायें कामयाबी की’ किशोरों व युवाओं को अपने कर्तव्य बोध से अवगत कराने वाली व सामाजिक संस्कारों से जुड़ी पुस्तक है जो उन्हें आधुनिकता के स्वप्न से जगाकर वास्तविकता से परिचय कराती है। विशिष्ट अतिथि श्री उमेश चन्द्र तिवारी, आई.ए.एस. का कहना था कि शर्मा जी की यह पुस्तक एवं इससे पूर्व प्रकाशित सभी पुस्तकों ने आपको युवा पीढ़ी का प्रेरणास्रोत बना दिया है। आपने अपने लेखन से युवाओं में एक नया जोश और जज्बा पैदा किया है। श्री मुरलीधर आहूजा, समाजसेवी ने कहा कि यह पुस्तक युवा पीढ़ी के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करेगी जबकि डा. संदीप अग्रवाल ने कहा कि पुस्तक जीवन मूल्यों, संस्कारों व सनातन संस्कृति से रूबरू कराती है। मंचासीन वक्ता डा. अंशुमान पाण्डेय ने भी पुस्तक की भूरि-भूरि प्रशंसा की। समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रख्यात कवियत्री श्रीमती रमा आर्य ‘रमा’ ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से पं. शर्मा जी ने अपने अनुभव का निचोड़ युवा पीढ़ी के सामने रखा है। पुस्तक में युवा पीढ़ी के लिए रचनात्मक व सकारात्मक विचारों की भरमार है। अन्त में लेखक पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ सभी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
समारोह के संयोजक श्री प्रवीण शुक्ला ने बताया कि ‘कवितायें कामयाबी की’ पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ जी की 19वीं पुस्तक है, जिसका आज लोकार्पण हुआ है। पं. शर्मा की पुस्तकें पड़ोसी देशों यथा नेपाल, मारीशस में भी लोकप्रिय हैं। पं. शर्मा के साहित्यिक सफर को अनेकों बार विभिन्न सम्मानों व उपाधियों से नवाजा गया है, साथ ही देश-दुनिया की शीर्ष हस्तियों ने पं. शर्मा को सम्मानित किया है।

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