एजुकेशन

CBSE 12वीं में 87.33% बच्चे पास:लखनऊ में आयुषी रही टॉप स्कोरर

CBSE ने 12वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। बोर्ड ने शुक्रवार को रिजल्ट जारी करते हुए बताया कि इस साल परीक्षा में शामिल होने वाले 87.33% बच्चे पास हुए हैं। CBSE ने तय किया है कि इस साल रिजल्ट के साथ स्टूडेंट्स की फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड डिवीजन की जानकारी नहीं देगा। बेवजह के कॉम्पिटिशन से स्टूडेंट्स को बचाने के लिए इस साल मेरिट लिस्ट भी जारी नहीं की जा रही है।

लखनऊ के LPS की आयुषी चौहान ने 98.6% मार्क्स के साथ शहर की टॉप स्कोरर रही। वही, दिलप्रीत सिंह ने 97.8% मार्क्स हासिल कर छात्रों में सबसे आगे रहे। केंद्रीय विद्यालय की छात्रा अल शिफा को 97.6 मार्क्स मिले। राजधानी में तकरीबन 18 हजार छात्र-छात्रों ने परीक्षा दी थी।
LPC की वैष्णवी राज सिंह ने 96.2% मार्क्स हासिल किए हैं। वैष्णवी भविष्य में आगे चलकर पिता स्व. बलराम सिंह का सपना साकार करना चाहती हैं। मां रंजना सिंह ने बताया कि बेटी साल भर खूब पढ़ाई करती थी। कई बार रात भर जागकर पढ़ाई की हैं। वैष्णवी राज आगे चलकर सिविल सर्विस में जाना चाहती हैं।
CBSE के सिटी कॉर्डिनेटर जावेद आलम खान ने बताया कि इस साल लखनऊ में 12वीं के कुल 19 हजार 792 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था।, 10वीं में 18 हजार 982 स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षा में बैठे थे। लखनऊ में CBSE माध्यम के कुल 204 स्कूल संचालित हैं। रिजल्ट इस बार भी डीजी लॉकर में आया है।

स्टडी हॉल गोमतीनगर की छात्रा पीहू झुनझुन वाला को 97.6% मार्क्स मिले है। उन्होंने बताया कि वह CUET के जरिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस से ग्रेजुएशन करना चाहती हैं। आगे चलकर GIS एक्सपर्ट बनना चाहती हैं। इसके लिए जियोग्राफी से BA hons करना चाहती थी। नंबर अच्छे लाने के लिए रात में पढ़ाई की।
जीडी गोयनका स्कूल की शिक्षा मिश्रा ने 96.6% मार्क्स मिला। वह बताती है कि हर दिन 4 घंटे की पढ़ाई करने के साथ ही एग्जाम के दौरान 8 से 10 घंटे की पढ़ाई करती थी। बचपन में डॉक्टर बनना चाहती थी। अब आगे चलकर एकॉनॉमिट्स या पॉलीटिकल एनालिस्ट की फील्ड में कैरियर बनना चाहती हैं। ऑस्ट्रेलिया की न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन के बाद कुछ साल विदेश में रह कर नौकरी करने बाद वापस भारत लौटना चाहती हैं। उन्होंने अपनी कामयाबी का श्रेय मां डॉ. अर्चना मिश्रा को दिया है।
स्टडी हाल के कॉमर्स टॉपर प्रियांश बक्शी को 96% मार्क्स मिले। उनके पिता हेमंत बक्शी बिजनेस मैन और मोना बक्शी राइट है। दो बड़ी बहने हैं। दोनों ही आर्टिस्ट है। कॉमर्स स्टूडेंट प्रियांश मुंबई के नारसी मुंजी कॉलेज से ग्रेजुएशन करना चाहते है। भविष्य में फैमिली बिजनेस को ही बढ़ाना चाहते हैं। पढ़ाई करने के समय के सवाल पर उन्होंने बताया कि उन्होंने रोजाना 3 घंटे पढ़ाई की। एग्जाम टाइम में वे 4 घंटे पढ़ते थे। इससे ज्यादा एक दिन में पढ़ नही पाते थे। बस पढ़ाई को लेकर कोई दिन गैप नही किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button