अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की धमकी के छह घंटे बाद आखिरकार हमास ने गाजा में सीजफायर पर सहमति जता दी। हमास ने शुक्रवार रात घोषणा की कि वह ट्रम्प के 20 प्वॉइंट वाले शांति फॉर्मूले के अनुसार सभी 48 इजराइली बंधकों को (जिंदा या मृत) रिहा करने और गाजा प्रशासन छोड़ने के लिए तैयार है। हालांकि हथियार छोड़ने का कोई जिक्र उसके बयान में नहीं किया गया।
हमास के ऐलान के बाद राष्ट्रपति ट्रम्प ने इजराइल को गाजा में तुरंत हमले रोकने का निर्देश दिया। इजराइल सरकार ने भी कहा कि वह ट्रम्प के गाजा प्लान पर काम करने को तैयार है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने बयान जारी कर कहा कि इजराइल इस प्लान के पहले चरण को लागू करने के लिए ट्रम्प और उनकी टीम के साथ मिलकर काम करेगा। इसके बाद इजराइली सेना को गाजा में कब्जे की कार्रवाई रोकने का आदेश दे दिया गया।
दरअसल, 29 सितंबर को नेतन्याहू ने वॉशिंगटन डीसी में ट्रम्प से मुलाकात की थी, जिसके बाद सीजफायर का रास्ता साफ हुआ। ट्रम्प ने इसके लिए 20 सूत्रीय शांति योजना बनाई है।
इस समझौते के तहत हमास 72 घंटे के भीतर सभी इजराइली बंधकों को छोड़ेगा। इसके बदले इजराइल 2,000 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा और मारे गए गाजावासियों के शव लौटाएगा। इजराइल धीरे-धीरे गाजा से अपनी सेना हटाएगा। शांति योजना में गाजा को आतंक मुक्त बनाना, हमास को प्रशासन से दूर रखना, अंतरिम प्रशासनिक समिति का गठन करना और एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल की तैनाती शामिल है।
ट्रम्प ने कहा कि यह दिन बहुत खास है, हालांकि अभी भी कई मुद्दों पर काम होना बाकी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बंधक जल्द से जल्द अपने घर लौट सकेंगे।
ट्रम्प की योजना में गाजा के पुनर्निर्माण, विशेष व्यापारिक क्षेत्र बनाने, मानवीय सहायता मुहैया कराने, गाजा पुलिस को ट्रेनिंग देने और अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा निगरानी जैसे बिंदु शामिल हैं। अंतिम लक्ष्य गाजा को स्थायी शांति और विकास की दिशा में ले जाना है।