मुंबई। देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक HDFC बैंक ने वित्त वर्ष 2025-26 की जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी करते हुए 10.8 फीसदी की साल-दर-साल (YoY) वृद्धि दर्ज की है। बैंक का कर-पश्चात शुद्ध लाभ (PAT) बढ़कर 18,641.28 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह 16,820.97 करोड़ रुपये था।
शुद्ध ब्याज आय (NII) यानी अर्जित व व्यय ब्याज के बीच का अंतर 4.8 फीसदी बढ़कर 31,551.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले 30,113.9 करोड़ रुपये थी। बैंक ने बताया कि उसका मुख्य शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) कुल परिसंपत्तियों पर 3.27 फीसदी रहा।
इस तिमाही में बैंक की अन्य आय (गैर-ब्याज राजस्व) 14,350 करोड़ रुपये रही, जिसमेंशुल्क और कमीशन से 8,840 करोड़ रुपये,विदेशी मुद्रा और डेरिवेटिव से 1,590 करोड़ रुपये,तथा ट्रेडिंग और मार्क-टू-मार्केट लाभ से 2,390 करोड़ रुपये शामिल हैं।परिसंपत्ति गुणवत्ता (Asset Quality) में भी सुधार देखने को मिला। 30 सितंबर 2025 तक सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (Gross NPA) घटकर 1.24% पर आ गईं, जो एक वर्ष पहले 1.36% थीं। वहीं, शुद्ध NPA का अनुपात 0.42% रहा।बैंक की बैलेंस शीट का कुल आकार बढ़कर 40,03,000 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष 36,88,100 करोड़ रुपये था। कुल जमा राशि 12.1% बढ़कर 28,01,800 करोड़ रुपये, जबकि सकल अग्रिम 9.9% बढ़कर 27,69,200 करोड़ रुपये हो गया।HDFC बैंक का शेयर प्राइस ₹1000.6 रुपये पर बंद हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में 19.22% की बढ़त दर्शाता है। पिछले 52 हफ़्तों में शेयर ₹812.15 से ₹1018.85 के बीच कारोबार करता रहा। पिछले 5 दिनों में इसमें 2.74% की तेजी आई है, जबकि एक साल में यह करीब 19% चढ़ा है।

