Monday, June 2, 2025
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‘लक्ष्मी का सफर’ में कार्तिक-लक्ष्मी की अधूरी मोहब्बत ने दर्शकों का दिल जीता

6 वजहें क्यों हमें कलर्स के ‘लक्ष्मी का सफर’ में लक्ष्मी और कार्तिक की अधूरी-सी पर खास मोहब्बत से प्यार हो गया है

हर प्रेम कहानी फूलों और तितलियों से नहीं शुरू होती, कुछ कहानियां धोखे, गलतफहमियों और मुश्किल फैसलों से शुरू होती हैं। कलर्स के शो ‘लक्ष्मी का सफर’ में भी ऐसा ही कुछ हुआ। दो अजनबियों की मजबूरी में हुई शादी धीरे-धीरे एक सच्चे और गहरे रिश्ते में बदल गई। ऐसा रिश्ता जो टेलीविज़न पर कम ही देखने को मिलता है। कार्तिक लक्ष्मी से शादी करना ही नहीं चाहता था। लक्ष्मी को नहीं पता था कि उसे किसी की ज़िंदगी में अपनी जगह के लिए लड़ना पड़ेगा। फिर भी, खामोशियों में, टकरावों में, और छोटी-छोटी वफाओं में, कुछ ऐसा पनपा जो सच्चा था।
यह कोई परीकथा वाला कपल नहीं है। ये ऐसा रिश्ता है जो मुश्किलों में गढ़ा गया, और दोनों की अपनी-अपनी ‘चॉइस’ से मजबूत होता गया। शुभम दीप्ता अभिनीत कार्तिक और सानिका अमित द्वारा निभाई गई लक्ष्मी, दोनों ने गलतियां कीं, एक-दूसरे पर शक किया, एक-दूसरे से दूर भी गए। लेकिन जब ज़रूरत पड़ी, तो एक-दूसरे के लिए खड़े भी हुए, साथ में ज़ख्मों को भरा, और बार-बार उस रिश्ते को चुना – तब भी जब सारी दुनिया कह रही थी कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। तो आइए जानते हैं कि क्यों ये अनजाना-सा जोड़ा आज इंडियन टेलीविज़न के सबसे प्यारे कपल में से एक बन चुका है:

  1. वे परफेक्ट नहीं हैं – लेकिन साथ मिलकर एक-दूसरे को बेहतर बनाते हैं
    कार्तिक और लक्ष्मी का रिश्ता सहजता से शुरू नहीं हुआ। इसकी शुरुआत उलझन के साथ हुई, घूंघट की आड़ में शादी, पहचान छिपाना, और बहुत सारे भावनात्मक तनाव। लेकिन जैसे-जैसे सच्चाई सामने आई, उनकी व्यक्तिगत ताकतें भी सामने आईं। लक्ष्मी की शांत दृढ़ता कार्तिक की आवेगशीलता को संतुलित करने लगी। बदले में, कार्तिक ने लक्ष्मी को न केवल जीवनसाथी के रूप में देखना शुरू किया, बल्कि ऐसे व्यक्ति के रूप में भी देखा जो उसकी उथल-पुथल भरी दुनिया में स्थिरता, स्पष्टता और शक्ति लाती है। समय के साथ, उन्होंने एक-दूसरे की ज़िंदगी की कमी को पूरा करना शुरू कर दिया है। वे एक-दूसरे के लिए नहीं बदलें, वे साथ मिलकर आगे बढ़े, और यही बात उनके रिश्ते को इतना सच्चा बनाती है।
  2. इनके प्यार में कोई शॉर्टकट नहीं है – ये एक धीमा लेकिन तीखे मोड़ों वाला सफर है
    जबकि ज़्यादातर ऑन-स्क्रीन कपल्स चुटकियों में प्यार में पड़ जाते हैं, वहीं कार्तिक और लक्ष्मी ने उस राह को चुना जो लंबा, टेढ़ा और जज़्बातों से भरा था। दो अजनबियों की झिझक से शुरू हुई यह कहानी, पहले मजबूरी की साझेदारी बनी, फिर धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे की भावनात्मक पनाहगाह बन गए, यानि उनका सफर कभी भी आसान नहीं रहा। लक्ष्मी का सबसे निर्णायक पल तब सामने आया, जब एक आतंकी हमले के दौरान उसने अपनी जान की परवाह किए बिना कार्तिक को बचाने के लिए कदम बढ़ाया। वह कोई फिल्मी ड्रामा नहीं था – वो एक सहज, बिना सोचे उठाया गया कदम था। क्योंकि न जाने कब, लेकिन कहीं न कहीं, लक्ष्मी ने कार्तिक को चुन लिया था। और उसी पल ने कार्तिक को रुक कर सोचने पर मजबूर कर दिया कि सच्चा प्यार एक दिन में नहीं बनता, यह डर, हिम्मत और चुपचाप निभाई गई वफाओं के पलों में धीरे-धीरे सामने आता है।
  3. जब दुनिया ने मुंह मोड़ा, तो इन्होंने एक-दूसरे का हाथ थामा
    बार-बार, लोगों ने इनके रिश्ते को तोड़ने की कोशिश की, फिर चाहे वो परिवार हो या बाहर वाले। इल्ज़ाम लगे, अपमान किया गया, और चालें चली गईं, लेकिन सबसे मुश्किल पलों में, वे एक-दूसरे की ताकत बनें। जब एक पारिवारिक समारोह में जिया ने लक्ष्मी की साड़ी में आग लगाने की कोशिश की, तो कार्तिक चुपचाप खड़ा नहीं रहा। वह फौरन दौड़कर उसकी मदद को आया, उसे बचाया, और जब उसी दिन आरती के समय दोबारा संकट आया, तो कार्तिक ने सहज भाव से लक्ष्मी के साथ मिलकर आरती की। दिखावे के लिए नहीं, बल्कि तब उसका साथ निभाने के लिए जब यह सबसे ज़्यादा मायने रखता था। शब्दों से पहले, उनके काम बोल उठे।
  4. वे लड़ते हैं, दूर हो जाते हैं – लेकिन हर बार एक-दूसरे तक लौट ही आते हैं
    कार्तिक और लक्ष्मी के बीच तकरारें भी हुई हैं, और गहरी खामोशियां भी। जब कार्तिक ने झूठे सबूतों के आधार पर लक्ष्मी की वफा पर सवाल उठाए, तो लक्ष्मी ने खुद को साबित करने की कोशिश नहीं की — बल्कि आत्मसम्मान के साथ वहां से चली गई। लेकिन उसका चले जाना हार मानना नहीं था। वह एक मौका था, ताकि कार्तिक खुद सच्चाई को देख सके। और जब उसने सच को पहचाना, तो केवल माफ़ी नहीं मांगी बल्कि उन सबके सामने लक्ष्मी का साथ दिया, जिन्होंने उसे गलत ठहराया था। इनका रिश्ता इस बात पर नहीं टिका कि गलतियां नहीं होंगी, बल्कि इस बात पर टिका है कि गलती के बाद भी, हर बार उन्होंने एक-दूसरे को ही चुना है।
  5. ये सच का सामना करते हैं – चाहे इससे जितना भी दुख हो
    राज़ों, अधूरी बातों और तनाव व आक्रामक चुप्पियों से भरी दुनिया में, कार्तिक और लक्ष्मी ने हमेशा उस मुश्किल रास्ते को चुना है, जहां सच्चाई से सीधे नज़र मिलाई जाती है। चाहे बात जिया की चालों की हो या उनके अपने रिश्ते की दरारों की, ये कभी भी बातों को दबाकर आगे नहीं बढ़े। जब कार्तिक को पता चला कि जिया, लक्ष्मी का रूप धरकर उनकी ज़िंदगी में ज़हर घोलने की कोशिश कर रही थी, तो उसने न तो उसे बचाया, न ही तटस्थ रहने का बहाना बनाया। उसने सही का साथ देने का फैसला लिया, भले ही इसका मतलब पुराने रिश्तों से सारे पुल जला देना हो। ऐसी स्पष्टता बहुत कम देखने को मिलती है, और शायद इसी वजह से इनका रिश्ता इतना सच्चा महसूस होता है।
  6. वे भारतीय टेलीविज़न पर प्यार की नई परिभाषाएं लिख रहे हैं
    इस कहानी में कोई परीकथा का फ़िल्टर नहीं लगाया गया है। बारिश में अचानक कोई कन्फेशन नहीं है। बस दो लोग भरोसा करना, साथ रहना और बहुत ही वास्तविक दुनिया में एक-दूसरे के लिए लड़ना सीख रहे हैं। कार्तिक और लक्ष्मी की प्रेम कहानी बड़ी घोषणाओं के बारे में नहीं है, इसमें छोटे, सार्थक कार्य निहित हैं। वे हर बार सही नहीं होते। लेकिन वे कोशिश करते रहते हैं, सच्चाई, कोमलता और दिल से। और ऐसा करके, उन्होंने दिखाया है कि ज़रूरी नहीं कि प्यार में शोर मचाया जाए। यह बस वास्तविक होना चाहिए।
    सानिका अमित कहती हैं, “मुझे कार्तिक और लक्ष्मी के रिश्ते में जो बात सबसे ज़्यादा पसंद है, वह है उनकी सच्ची और वास्तविक बॉन्डिंग। उनकी प्रेम कहानी परफेक्ट नहीं है—इसमें संघर्ष है, गलतफहमियां हैं, और ऐसे पल भी आते हैं जब वे हर बात पर सवाल उठाते हैं। लेकिन जो बात उन्हें खास बनाती है, वह है एक-दूसरे की ओर बार-बार लौटने की उनकी इच्छा, और अलग होने की बजाय साथ मिलकर आगे बढ़ने का उनका निर्णय। उनका रिश्ता यह दिखाता है कि प्यार सिर्फ बड़ी बड़ी बातों या परियों की कहानियों जैसा नहीं होता है; यह धैर्य, विश्वास और मुश्किल समय में भी एक-दूसरे का साथ निभाने की बात है। उन्हें इन चुनौतियों से गुज़रते और आगे बढ़ने की राह खोजते हुए देखना, उनकी कहानी को प्रेरणादायक और हम सभी से कनेक्टेड बनाता है। वे हमें यह याद दिलाते हैं कि सबसे मजबूत प्यार वही होता है जिसे हर दिन मेहनत से कमाया गया हो।”
    देखिए कार्तिक और लक्ष्मी की यह खूबसूरत लेकिन अधूरी प्रेम यात्रा, कलर्स के शो ‘लक्ष्मी का सफर’ में, हर सोमवार से शुक्रवार रात 9:30 बजे, केवल कलर्स पर।

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