Friday, October 17, 2025
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लखनऊ बना जूपी लूडो का डिजिटल गढ़, यूपी में १५ मिलियन यूज़र्स का रिकॉर्ड पार

लखनऊ। भारत के अग्रणी ऑनलाइन स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म जूपी ने बुधवार को एक बड़ी उपलब्धि की घोषणा की है। कंपनी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश अब जूपी लूडो का सबसे बड़ा यूजर बेस बन गया है, जहां १.५ करोड़ (१५ मिलियन) से अधिक लोग इस गेम को खेलते हैं। अकेले राजधानी लखनऊ में अब तक २ बिलियन से ज्यादा बार यह खेल खेला जा चुका है।
जूपी के चीफ़ स्पोकपर्सन, गोविंद मित्तल ने बताया कि, ‘हमने उत्तर प्रदेश में एक बेहद रोमांचक सफर तय किया है।हाल ही में पूरे देश में १५० मिलियन (१५ करोड़) यूजर्स का आंकड़ा पार करने के बाद, जूपी की उत्तर प्रदेश में तेज़ी से बढ़ती लोकप्रियता यह दिखाती है कि भारत का अगला डिजिटल दौर अब गांवों और छोटे शहरों से शुरू हो रहा है।
गेम खेल में महिलाओं की भागीदारी में भी बड़ा इजाफा देखा गया है। उत्तर प्रदेश में महिला यूज़र्स की संख्या में साल दर साल ६०ज्ञ् की बढ़ोतरी हुई है। आज यह प्लेटफॉर्म महिला और पुरुष खिलाड़ियों के बीच बराबरी की ओर बढ़ रहा है, जो यह दिखाता है कि डिजिटल गेमिंग की दुनिया में अब हर वर्ग और जेंडर के लोग शामिल हो रहे हैं।जूपी ने भारत में स्किल-बेस्ड कैजुअल गेमिंग की शुरुआत की थी, और उत्तर प्रदेश ने इसकी लोकप्रियता को नई ऊंचाई दी है। कंपनी का कहना है कि यह राज्य अब केवल गेमिंग में भाग लेने वाला नहीं, बल्कि डिजिटल स्किल गेमिंग का दिशा-निर्देशक बन चुका है।
जूपी ने भारत में स्किल-बेस्ड कैजुअल गेमिंग की शुरुआत की थी, और उत्तर प्रदेश ने इसे आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। जिससे यह साफ पता चलता है, कि यूपी सिर्फ गेम खेलने वाला राज्य नहीं है, बल्कि ऑनलाइन स्किल गेमिंग में एक दिशा तय करने वाला राज्य बन चुका है। हाल ही में पूरे देश में 150 मिलियन (15 करोड़) यूजर्स का आंकड़ा पार करने के बाद, जूपी की उत्तर प्रदेश में तेज़ी से बढ़ती लोकप्रियता यह दिखाती है कि भारत का अगला डिजिटल दौर अब गांवों और छोटे शहरों से शुरू हो रहा है। इसके अलावा, जून 2024 से जून 2025 के बीच राज्य में यूजर्स की संख्या 30 लाख से अधिक बढ़ चुकी है, जिससे लूडो जैसे सांस्कृतिक खेल की लोकप्रियता प्रदर्शित होती है, जो अब स्किल-बेस्ड डिजिटल फॉर्मेंट में फिर से पेश किए गए हैं।
जूपी ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया है जो न्यायपूर्ण खेल, पारदर्शिता और जिम्मेदार गेमिंग को बढ़ावा देता है। जूपी लूडो की सादगी, सांस्कृतिक जुड़ाव और ईमानदार खेलने के नियमों की वजह से यह गेम टियर 2, टियर 3 शहरों और ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है। जूपी का यह समावेशी (सबको जोड़ने वाला) तरीका न सिर्फ इसकी पहुंच बढ़ा रहा है, बल्कि अब कौन लोग गेम खेल रहे हैं और कैसे खेल रहे हैं उसका भी स्वरूप बदल रहा है। इस बदलाव में महिलाओं की भागीदारी में भी बड़ा इजाफा देखा गया है। उत्तर प्रदेश में महिला यूज़र्स की संख्या में साल दर साल 60% की बढ़ोतरी हुई है। आज यह प्लेटफॉर्म महिला और पुरुष खिलाड़ियों के बीच बराबरी की ओर बढ़ रहा है, जो यह दिखाता है कि डिजिटल गेमिंग की दुनिया में अब हर वर्ग और जेंडर के लोग शामिल हो रहे हैं।
इस बड़ी उपलब्धि पर जूपी के चीफ़ स्पोकपर्सन, श्री गोविंद मित्तल ने बताया कि, “हमने उत्तर प्रदेश में एक बेहद रोमांचक सफर तय किया है। इस राज्य में भारत के कैजुअल गेमिंग का भविष्य दिखाता है, और लखनऊ जैसे शहरों में तेजी से बढ़ती लोकप्रियता यह साबित करती है कि लोगों का जूपी लूडो से भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव बहुत गहरा है। हमें सबसे ज़्यादा खुशी इस बात की है कि पिछले एक साल में महिलाओं की भागीदारी में 60% की बढ़ोतरी हुई है। यह हमारे उस विश्वास को मजबूत करता है कि हम सबको जोड़ने वाले, सकारात्मक और जिम्मेदारी से भरे गेमिंग अनुभव बना रहे हैं। टियर 2 शहरों से लेकर दूर-दराज़ कस्बों और गांवों तक, जूपी लूडो आज एक भरोसेमंद मनोरंजन का साधन बन चुका है, जो परंपरा की जड़ों से जुड़ा हुआ है और डिजिटल युग के अनुसार नए रूप में पेश किया गया है। यह उपलब्धि हमारे इस संकल्प को और मजबूत करती है कि हम हर यूज़र के लिए एक ऐसा गेमिंग अनुभव बनाएं जो सबके लिए आसान, समावेशी और जिम्मेदारी से भरा हो।”

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