लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री सतीश महाना ने शिकागो (यूएसए) में आयोजित उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ ग्रेटर शिकागो के सम्मान समारोह में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि,‘हम सबका यह परम सौभाग्य है कि हमने जिस धरती पर जन्म लिया, वह देवभूमि है। हमारे संस्कार और हमारी संस्कृति ने ही हमें विश्व पटल पर एक विशिष्ट पहचान दी है। हमें गर्व है कि उत्तर प्रदेश जैसी पावन भूमि ने हमें विश्व स्तर पर सम्मान और गौरव दोनों प्रदान किए हैं।’उत्तर प्रदेश के लिए यह अवसर और भी गौरवपूर्ण रहा, जब श्री महाना को बारबाडोस रवाना होने से पूर्व शिकागो में प्रवासी भारतीयों द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा,‘यदि उत्तर प्रदेश एक राष्ट्र होता, तो यह विश्व का पाँचवाँ सबसे बड़ा देश बनता। हम सभी उसी पावन भूमि के पुत्र-पुत्रियाँ हैं, जिसने हमें विश्व में एक विशेष पहचान और गौरव दोनों प्रदान किए हैं। हमें अपने मूल और संस्कार के प्रति ईमानदार रहना चाहिए। जिस थाली में हमने खाया है, उसमें छेद करना हमारे संस्कार नहीं हैं।’उन्होंने आगे कहा,‘हमें अपनी योग्यता, परिश्रम और ईमानदारी से विश्वभर में भारत का नाम ऊँचा करना है। यही समय है जब हम सबको अपने देश और प्रदेश की प्रगति के लिए सोचने और कार्य करने की आवश्यकता है। राजनीतिक क्षेत्र में कहा जाता है कि केंद्र की राजनीति का मार्ग उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। यह प्रदेश न केवल भारतीय राजनीति की दिशा तय करता है, बल्कि देश के विकास का पथ भी प्रशस्त करता है।’श्री महाना ने उत्तर प्रदेश की विधानसभा के आधुनिक स्वरूप पर भी गौरव व्यक्त किया और प्रवासी भारतीयों से आग्रह किया कि वे लखनऊ आएँ और स्वयं इस बदलाव और प्रगति को देखें। उन्होंने कहा,‘जब आप उत्तर प्रदेश आएँगे और इसके नए स्वरूप को देखेंगे, तो आपको गर्व होगा, क्योंकि प्रदेश ने हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। यह विकास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व और दूरदर्शी नीति का प्रतिफल है, जिसके कारण उत्तर प्रदेश विकास की राह पर निरंतर अग्रसर है।’उल्लेखनीय है कि श्री सतीश महाना ५ से १२ अक्टूबर, २०२५ तक ब्रिजटाउन (बारबाडोस) में आयोजित होने वाले ६८वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (ण्झ्ण्) में उत्तर प्रदेश विधानसभा का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह सम्मेलन राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (ण्झ्A) की १८० शाखाओं की सबसे बड़ी वार्षिक बैठक है, जिसमें विश्वभर के संसद अध्यक्ष और प्रतिनिधि लोकतंत्र, सुशासन एवं वैश्विक सहयोग जैसे विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे।
भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला कर रहे हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में श्री महाना सहित विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारी शामिल हैं। सम्मेलन में श्री महाना विभिन्न कार्यशालाओं में लोकतांत्रिक संस्थाओं की सुदृढ़ता, शासन में प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग, जलवायु परिवर्तन, वित्तीय पारदर्शिता और बहुपक्षवाद जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। साथ ही वे अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्तर प्रदेश विधानसभा की उपलब्धियों, संसदीय नवाचारों और लोकतांत्रिक परंपराओं को भी साझा करेंगे।
श्री महाना की यह भागीदारी न केवल उत्तर प्रदेश विधानसभा की वैश्विक पहचान को मजबूत करेगी, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा और प्रभाव को और अधिक सशक्त बनाएगी।