24 से 26 अक्टूबर तक एसजीपीजीआईएमएस में होगा आयोजन, डॉ. विकास दिव्यकीर्ति देंगे प्रेरक व्याख्यान
लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआईएमएस), लखनऊ में 24 से 26 अक्टूबर तक यूपीआईएसएकॉन 2025 (UPISACON 2025) का आयोजन किया जाएगा। यह इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थीसियोलॉजिस्ट्स (उत्तर प्रदेश चैप्टर) का वार्षिक सम्मेलन है। इस वर्ष का थीम है — “Anaesthesia Reimagined: Moving Away from Convention” यानी “पारंपरिक सोच से आगे बढ़ते हुए एनेस्थीसिया की नई परिकल्पना।”
आयोजन समिति में डॉ. प्रभात तिवारी को आयोजन अध्यक्ष, डॉ. संजय धीरज, डॉ. मोनिका कोहली और डॉ. पी. के. दास को सह-अध्यक्ष तथा डॉ. आशीष कन्नौजिया को आयोजन सचिव बनाया गया है।
इस तीन दिवसीय सम्मेलन में देश-विदेश के प्रसिद्ध एनेस्थीसिया विशेषज्ञ, शिक्षाविद और शोधकर्ता शामिल होंगे। सम्मेलन में एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर के क्षेत्र में नई तकनीक, अनुसंधान और आधुनिक प्रथाओं पर चर्चा की जाएगी।
डॉ. आशीष कन्नौजिया ने बताया कि यूपीआईएसएकॉन 2025 का उद्देश्य चिकित्सा समुदाय में ज्ञान, कौशल और नवाचार को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि भारत में बढ़ती सर्जिकल और पेरिऑपरेटिव सेवाओं की मांग को देखते हुए इस तरह के आयोजन स्वास्थ्यकर्मियों को आधुनिक चिकित्सा तकनीकों में प्रशिक्षित करने का अवसर प्रदान करते हैं।
सम्मेलन से पहले तीन प्रमुख चिकित्सा संस्थानों—एसजीपीजीआईएमएस, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) और डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (आरएमएलआईएमएस)—में हैंड्स-ऑन वर्कशॉप्स आयोजित की जाएंगी। इनमें सिमुलेशन आधारित ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हो सके।
सम्मेलन का एक प्रमुख आकर्षण मशहूर शिक्षाविद और मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का विशेष व्याख्यान होगा। वे “Work-Life Balance for Healthcare Professionals” विषय पर अपने विचार साझा करेंगे। इसमें वे बताएंगे कि कैसे स्वास्थ्यकर्मी व्यस्त पेशेवर जीवन के बीच मानसिक संतुलन और जीवन की गुणवत्ता बनाए रख सकते हैं।
सम्मेलन में शोध पत्र और पोस्टर प्रेजेंटेशन के माध्यम से नवीन अनुसंधान कार्यों को प्रदर्शित किया जाएगा। वैज्ञानिक सत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), पेरिऑपरेटिव मॉनिटरिंग टेक्नोलॉजी और डेटा-आधारित मरीज सुरक्षा रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श होगा।
एसजीपीजीआईएमएस का एनेस्थीसियोलॉजी विभाग कार्डियक, न्यूरो और क्रिटिकल केयर एनेस्थीसिया के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। यह विभाग चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और क्लिनिकल एक्सीलेंस के लिए देशभर में जाना जाता है।डॉ. कन्नौजिया ने कहा कि “यूपीआईएसएकॉन 2025 भारत में सुरक्षित और उन्नत पेरिऑपरेटिव केयर को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सम्मेलन चिकित्सकों को न केवल ज्ञान, बल्कि संवेदना और आत्मविश्वास से भी समृद्ध करेगा।”

