महाकुंभ में रात 1-2 बजे के बीच मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है. 60 लोग घायल हुए हैं. हादसे पर डीआईजी कुंभ ने बताया कि महाकुंभ में भारी भीड़ का दबाव बना. इस वजह से बैरिकेड्स टूट गए और भीड़ ने लोगों को कुचलना शुरू कर दिया।
प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर भगदड़ में मरने वालों की संख्या 30 है। सरकार ने 18 घंटे बाद महाकुंभ मेले में हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत की पुष्टि की। शाम 6.30 बजे मेला अधिकारी विजय किरण आनंद और डीआईजी वैभव कृष्णा ने 3 मिनट की प्रेस कॉफ्रेंस की।
डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा- भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई। जबकि 60 घायल हैं। 25 शवों की पहचान कर ली गई है। इनमें सबसे ज्यादा यूपी के 19, कर्नाटक के 4, गुजरात-असम के एक-एक श्रद्धालुओं की मौत हुई है। उन्होंने कहा- घाट पर कुछ बैरिकेड्स टूट गए, जिसकी वजह से जमीन पर सो रहे कुछ श्रद्धालु अफरातफरी में चढ़ गए। कुचलने से जो घायल हुए, उनमें से कुछ की मौत हो गई।
विजय किरण आनंद ने कहा-29 जनवरी को शासन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कोई भी वीआईपी प्रोटोकाल नहीं होगा। जो श्रद्धालु आएं हैं, उन्हें वापस भेजने के लिए काम किया जा रहा है।
हादसा मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे हुआ। भगदड़ उस वक्त मची जब लोग संगम तट पर मौनी अमावस्या के स्नान लिए इंतजार कर रहे थे। भास्कर रिपोर्टर सृष्टि मेडिकल कॉलेज पहुंचीं, जहां हादसे में मारे गए लोगों के शव रखे गए थे। मेडिकल कॉलेज में भास्कर रिपोर्टर ने 20 शव गिने। यहां आखिरी डेडबॉडी पर 40 नंबर लिखा था।
इससे पहले मेडिकल कॉलेज में 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए गए थे। फिर मेले से 8-10 एंबुलेंस से कुछ और शवों को लाया गया। इन्हें मिलाकर करीब 20 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। वे उन्हें लेकर चले भी गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही संतों ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है. स्वामी रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो जहां हैं वहीं पास के घाट पर स्नान करें. शिविर से बाहर न निकलें. अपनी और एक-दूसरे की सुरक्षा का ध्यान रखें. सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अपील है कि वो अफवाहों से बचें।
महाकुंभ भगदड़ -भावुक हुये CM योगी.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि इस समय 12 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु प्रयागराज में हैं. इतनी बड़ी भीड़ को कंट्रोंल करना मुश्किल होता है. हमारे साथ संतों का हुजूम है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है. वहीं, योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि करोड़ों श्रद्धालुओं के हुजूम को देखते हुए हमने सांकेतिक स्नान किया है. पूरे देश और विश्व के कल्याण की कामना की है. लोगों से अपील है कि अनुशासन का पालन करें और सावधानी पूर्वक स्नान करें।