लखनऊ। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर रविवार तड़के बड़ा हादसा टल गया। दिल्ली से गोंडा जा रही एक एसी बस का टायर चलते समय अचानक फट गया, जिसके कुछ ही मिनटों बाद बस में भीषण आग लग गई। हादसे के वक्त बस में 70 यात्री सवार थे, लेकिन समय रहते सभी को बाहर निकाल लिया गया, जिससे बड़ा जानमाल का नुकसान होने से बच गया। धुएं का गुबार दो किलोमीटर दूर तक दिखाई दे रहा था।
हादसा सुबह करीब साढ़े चार बजे काकोरी थाना क्षेत्र में टोल प्लाजा के पास हुआ। यात्रियों ने बताया कि बस करीब 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। अचानक जोरदार धमाके के साथ पीछे का टायर फटा, जिससे बस लहरा गई। ड्राइवर ने तुरंत ब्रेक लगाकर बस को रोका और नीचे उतरकर स्थिति देखने लगा, तभी बस के पिछले हिस्से से धुआं उठता दिखा। कुछ ही क्षण में धुआं लपटों में बदल गया।
सुबह का समय होने की वजह से ज्यादातर यात्री सो रहे थे। ड्राइवर और क्लीनर ने शोर मचाकर सभी को बाहर निकाला। कई यात्री बिना सामान लिए बस से उतर भागे। आग पीछे की तरफ से लगी थी, जिससे गेट से बाहर निकलना संभव रहा। यात्रियों का कहना है, “अगर आग आगे लगती, तो बचना मुश्किल था। छठी मैया ने बचा लिया।”
घटना की सूचना मिलते ही पास के लोग भी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तेज लपटों पर काबू नहीं पाया जा सका। करीब डेढ़ घंटे बाद दमकल की तीन गाड़ियां पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया गया। तब तक बस पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। कई यात्रियों का सामान भी जल गया।
प्रभारी निरीक्षक सतीश राठौर ने बताया कि टायर फटने के बाद तकनीकी खराबी और शॉर्ट सर्किट आग का संभावित कारण माना जा रहा है। घटना की जांच की जा रही है। पुलिस ने बाद में यात्रियों को गोंडा भेजने के लिए दूसरी बस की व्यवस्था की।
स्थानीय यात्री जगत सिंह ने बताया कि टोल प्लाजा पर किसी भी तरह के फायर सेफ्टी उपकरण मौजूद नहीं थे। यदि वहां आग बुझाने के संसाधन होते, तो नुकसान कम हो सकता था।
किसान पथ पर कार में लगी आग, ड्राइवर कूदकर बचा

लखनऊ में रविवार को दूसरा हादसा सरोजनी नगर थाना क्षेत्र में किसान पथ पर हुआ। चलती एसेंट कार में अचानक आग लग गई। कुछ ही मिनटों में कार आग का गोला बन गई। बाराबंकी निवासी राजू, जो कार चला रहे थे, ने कूदकर अपनी जान बचाई। दमकल की टीम ने आग बुझाई, लेकिन कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई।


