Tuesday, December 23, 2025
Homeउत्तर प्रदेशएसजीपीजीआई में चमत्कारी सर्जरी, खोपड़ी को भेद चुके विशाल ब्रेन ट्यूमर को...

एसजीपीजीआई में चमत्कारी सर्जरी, खोपड़ी को भेद चुके विशाल ब्रेन ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाला गया

लखनऊ। बिहार के सारण जिले के निवासी 23 वर्षीय युवक नितेश कुमार के जीवन में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई), लखनऊ के चिकित्सकों ने नई उम्मीद की किरण जगा दी है। नितेश लंबे समय से मस्तिष्क में विकसित एक अत्यंत विशाल ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित था, जो खोपड़ी को भेदते हुए बाहर तक निकल आया था। इसके कारण उसके माथे पर बड़ी उभरी हुई गांठ बन गई थी और आंखों में असामान्य उभार दिखाई देने लगा था। शारीरिक विकृति के चलते वह सामाजिक जीवन से कटता जा रहा था और सार्वजनिक रूप से निकलने में संकोच महसूस कर रहा था। इलाज के लिए एसजीपीजीआई पहुंचने पर चिकित्सकों ने इसे अत्यंत जटिल और चुनौतीपूर्ण मामला बताया। ऑपरेशन से पूर्व न्यूरोइंटरवेंशनिस्ट डॉ. विवेक और डॉ. सूर्यकांत ने विशेष प्रक्रिया के माध्यम से ट्यूमर में जाने वाले रक्त प्रवाह को काफी हद तक कम किया, जिससे सर्जरी को अधिक सुरक्षित बनाया जा सके। इसके बाद न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रो. अरुण कुमार श्रीवास्तव, प्रो. कुंतल कांति दास, डॉ. स्वरजीत, सिस्टर वंदना, हेड एंड नेक सर्जन प्रो. अमित केसरी, प्लास्टिक सर्जरी विभाग की डॉ. अनुपमा तथा एनेस्थीसिया टीम के डॉ. सुमित, डॉ. सपना और डॉ. निधि के नेतृत्व में बहुविषयक टीम ने जटिल शल्यक्रिया को अंजाम दिया।
लगभग आधा किलोग्राम वजन के इस विशाल ब्रेन ट्यूमर को अत्यंत सूक्ष्म, सटीक और चुनौतीपूर्ण तकनीक के साथ सफलतापूर्वक निकाल लिया गया। चिकित्सकों के अनुसार इतनी बड़ी मात्रा में ट्यूमर का सुरक्षित रूप से निष्कासन चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
सफल सर्जरी के बाद नितेश पूरी तरह स्वस्थ है और अब सामान्य जीवन जीने के लिए तैयार है। यह शल्यक्रिया न केवल नितेश के लिए नया जीवन लेकर आई है, बल्कि उसे पुनः समाज का सक्रिय हिस्सा बनने का अवसर भी प्रदान करती है। रोगी और उसके परिजनों ने डॉक्टरों और पूरे चिकित्सा दल के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की है। वहीं संस्थान प्रशासन ने इस सफल टीमवर्क की सराहना करते हुए इसे चिकित्सा जगत के लिए प्रेरणादायक उदाहरण बताया है।

स्पेशल स्टोरीज