लखनऊ, 13 जुलाई 2025 — काकोरी थाना क्षेत्र के मौंदा गांव में डॉ. भीमराव अंबेडकर की 40 साल पुरानी प्रतिमा तोड़े जाने से शनिवार शाम हड़कंप मच गया। प्रतिमा को क्षतिग्रस्त देख ग्रामीण आक्रोशित हो गए और भारी संख्या में मौके पर जुटकर नारेबाजी शुरू कर दी। गुस्साए लोगों ने मूर्ति तोड़ने वालों की गिरफ्तारी और नई प्रतिमा लगाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
जानकारी के अनुसार, शाम के समय मैदान में खेल रहे बच्चों ने अंबेडकर प्रतिमा को टूटा देखा और इसकी सूचना गांववालों को दी। देखते ही देखते गांव के लोग ‘जय भीम’ के नारों के साथ मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उनकी एक न सुनी। उन्होंने साफ कहा कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती और नई मूर्ति नहीं लगती, तब तक विरोध जारी रहेगा।
बाद में ग्रामीणों ने प्रतिमा स्थल पर पहुंचकर कई मांगें रखीं, जिनमें नई प्रतिमा स्थापना, चारों ओर बाउंड्रीवाल निर्माण, स्थल पर प्रकाश व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे लगाने और दोषियों की गिरफ्तारी शामिल हैं। प्रदर्शन के दौरान विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी पहुंचने लगे, जिससे मामला और उलझ गया। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया और कहा कि पहले भी आश्वासन देकर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
स्थिति को देखते हुए काकोरी, दुबग्गा और पारा थानों की पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। रात में ही प्रतिमा स्थल पर अस्थायी प्रकाश की व्यवस्था की गई। इंस्पेक्टर सतीश राठौर ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि नई प्रतिमा जल्द लगवाई जाएगी, लेकिन लोग अपनी सभी मांगों पर अड़े रहे। देर रात तक मौके पर विरोध और बातचीत का दौर जारी रहा।