प्रयागराज । संगम नगरी प्रयागराज में कानून व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। सिविल लाइंस इलाके में प्रसिद्ध पत्रकार एल एन सिंह पर चाकू से हमला किया गया, जिसमें उनकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, हमलावरों ने पत्रकार पर 20 से 25 वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। एलएन सिंह लंबे समय तक समाचार चैनल के लिए पत्रकारिता कर रहे थे और अपने पेशे में सम्मानित माने जाते थे।
प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाके में प्रसिद्ध पत्रकार एल.एन. सिंह की चाकू और गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने उन पर करीब 20 से 25 बार वार किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वरिष्ठ पत्रकार की हत्या से शहर में सनसनी फैल गई और पत्रकारों में गहरा आक्रोश है। पुलिस उपमहानिरीक्षक के बयान में मृतक को “व्यक्ति” कहने पर भी नाराजगी जताई जा रही है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी विशाल को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है, जिसके पैरों में गोली लगी है।
सिविल लाइंस इलाके में हुई एक हत्या पर ASP अजय पाल शर्मा ने कहा, “23 अक्टूबर की देर शाम सूचना मिली कि लक्ष्मी नारायण उर्फ पप्पू पर धारदार हथियार से हमला किया गया है। उन्हें गंभीर चोटें आईं हैं। पुलिस ने उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पता चला है कि यह हमला विशाल नाम के एक आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर किया था। उसने खुल्दाबाद स्थित मछली मंडी से हत्या के इरादे से चाकू खरीदा था। जब हमारी पुलिस टीम आरोपी विशाल को गिरफ्तार करने गई, तो मुठभेड़ में उसे 3-4 गोलियां लगीं। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है और कितने लोग शामिल थे, इसका पता लगाने के लिए आगे सबूत जुटाने की प्रक्रिया चल रही है। अभी तक पता चला है कि दो लोग शामिल थे… बाकी का अभी पता नहीं चल पाया है… एक दिन पहले कुछ विवाद हुआ था। लेकिन पूरी जानकारी खंगाली जा रही है…”
इस घटना से पहले दलित रवींद्र कुमार की हत्या के बाद से ही इलाके में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर नाराजगी बढ़ रही थी। अब पत्रकार की नृशंस हत्या ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए है।

