लखनऊ , 11 दिसंबर 2024 : भारत में सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है, इसलिए माता-पिता के लिए अपने बच्चों को मौसमी बीमारियों से बचाने के लिए सक्रिय कदम उठाना ज़रूरी हो गया है। ठंड के महीनों में फ्लू, स्ट्रेप थ्रोट और अन्य सामान्य बीमारियों जैसे सांस से संबंधित संक्रमणों में वृद्धि होती है, जिससे छोटे बच्चों को ज्यादा समस्या होती है। चूंकि बच्चों का इम्यून सिस्टम विकसित हो रहा होता है इसलिए उन्हें ठंड में ज्यादा खतरा होता है। कुछ सरल सावधानियों का पालन करके माता-पिता अपने बच्चों को सर्दियों के मौसम में सुरक्षित और स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
रीजेंसी हेल्थ की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा अग्रवाल ने बताया,”सर्दियों में बीमारियाँ छोटे बच्चों काफ़ी नुक़सान पहुंचा सकती हैं, लेकिन कुछ उपाय करके और जरूरी आदतों को अपना करके माता-पिता बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं। अपने बच्चे को फ्लू का टीका लगवाना, अच्छी स्वच्छता को बढ़ावा देना और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर कम से कम जाना सुनिश्चित करना ठंड के महीनों में आपके नन्हे-मुन्ने बच्चों को स्वस्थ रखने के सरल लेकिन असरदार तरीके हैं।”
बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है समय पर फ्लू के टीके लगवाना। बाल रोग विशेषज्ञ फ्लू के मौसम के चरम पर पहुंचने से पहले ही बच्चों को टीका लगवाने की सलाह देते हैं, क्योंकि इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और गंभीर बीमारी होने का खतरा कम होता है। इसके अलावा ऐसे व्यक्तियों के संपर्क में बहुत कम बच्चों को रखना चाहिए जो बहुत बीमार हो। ऐसा करने से संक्रमण की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है। संक्रामक बीमारियों के संपर्क में आने से बचने के लिए माता-पिता को भीड़-भाड़ वाली जगहों, जैसे अस्पताल या सामाजिक समारोहों में अनावश्यक रूप से जाने से बचना चाहिए।
घर में स्वस्थ वातावरण बनाना भी बहुत ज्यादा ही महत्वपूर्ण है। घर के अंदर धूम्रपान और सेकेंड हैंड धुएं के संपर्क से बचना सांस से संबंधित स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए जरूरी होता है। सर्दी के लक्षण वाले बच्चों के लिए सलाइन ड्रॉप्स, नेज़ल एस्पिरेटर या ह्यूमिडिफायर जैसे उपाय करने से परेशानी कम हो सकती है। हालाँकि कमरे को बहुत ज्यादा नमीयुक्त बनाने से बचना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे श्वसन संबंधी समस्याएँ और भी बदतर हो सकती हैं, खासकर अस्थमा से ग्रस्त बच्चों के लिए ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
स्वच्छता संबंधी सख्त आदतें बनाए रखना रोकथाम का सबसे जरूरी पहलू होता है। बच्चों को नियमित रूप से हाथ धोने का महत्व सिखाना चाहिए । इसके अलावा यह सुनिश्चित करें कि वे ठीक से हाथ धोएं और कीटाणुओं के फैलाव को रोकें। अस्थमा जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों के वाले बच्चों के लिए संभावित ट्रिगर्स से बचने के लिए बच्चों के डॉक्टर से कंसल्ट करना बहुत जरूरी होता है।
रीजेंसी हेल्थ की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा अग्रवाल ने बताया,”सर्दियों में बीमारियाँ छोटे बच्चों काफ़ी नुक़सान पहुंचा सकती हैं, लेकिन कुछ उपाय करके और जरूरी आदतों को अपना करके माता-पिता बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं। अपने बच्चे को फ्लू का टीका लगवाना, अच्छी स्वच्छता को बढ़ावा देना और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर कम से कम जाना सुनिश्चित करना ठंड के महीनों में आपके नन्हे-मुन्ने बच्चों को स्वस्थ रखने के सरल लेकिन असरदार तरीके हैं।”
सतर्क रहकर और छोटे-छोटे बदलाव करके माता-पिता अपने बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण बना सकते हैं। आइए स्वस्थ सर्दियों के मौसम के लिए तैयारी करें और तापमान में कमी के साथ अपने बच्चों को आगे बढ़ने में मदद करें।