लखनऊ। एंटी करप्शन टीम ने बुधवार रात महानगर थाना क्षेत्र की पेपरमिल कॉलोनी चौकी में तैनात दरोगा धनंजय सिंह को 2 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। दरोगा ने गैंगरेप केस से एक आरोपी का नाम हटाने के लिए यह रिश्वत मांगी थी।
घटना बुधवार रात करीब 8 बजे की है। एंटी करप्शन टीम चौकी पर जैसे ही पहुंची, दरोगा को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया गया। टीम ने उसे धक्का देकर चौकी से बाहर निकाला और अलीगंज थाने में ले जाकर पूछताछ शुरू की।
शिकायतकर्ता प्रतीक गुप्ता, जो कि एक कोचिंग संचालक हैं, ने बताया कि उनके यहां काम करने वाली एक लड़की ने चार महीने पहले नौकरी छोड़ी थी। बाद में उसने महानगर थाने में गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया और आरोप लगाया कि डेढ़ साल पहले प्रतीक और एक व्यक्ति रियाज अहमद ने उसके साथ गैंगरेप किया था।
प्रतीक ने बताया कि वह रियाज नाम के व्यक्ति को जानता भी नहीं। पूछताछ के दौरान उसे पता चला कि इस केस में पुलिस की ओर से 50 लाख रुपए की मांग की जा रही थी। कहा गया कि “अगर पैसे दे दो, तो लड़की का बयान बदलवा देंगे।” प्रतीक 10 लाख देने के लिए तैयार था, लेकिन आरोपियों ने पूरा 50 लाख मांगा।
एंटी करप्शन ने किया ट्रैप प्लान
प्रतीक की 16 अक्टूबर को बेल हुई, जिसके बाद उसने 19 अक्टूबर को एंटी करप्शन टीम में शिकायत की। शिकायत की जांच सही पाए जाने के बाद सीओ आर.के. शर्मा के नेतृत्व में 18 सदस्यीय टीम ने ट्रैप की योजना बनाई।
बुधवार को प्रतीक को 2 लाख रुपए नगद के साथ चौकी भेजा गया। जैसे ही दरोगा धनंजय सिंह ने पैसे लिए, टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
फिलहाल दरोगा से अलीगंज थाने में पूछताछ की जा रही है। एंटी करप्शन टीम ने बताया कि उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।


