कुरनूल (आंध्र प्रदेश): शुक्रवार तड़के करीब 3:30 बजे एनएच-44 पर चिन्नाटेकुर के पास एक दर्दनाक हादसा हो गया। हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही एक प्राइवेट स्लीपर बस में आग लग गई, जिसमें 12 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई। हादसे में कई लोग बुरी तरह झुलस गए हैं, जिन्हें कुरनूल सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे में 22 यात्रियों की मौत की खबर है. लेकिन अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. बस में 40 यात्री सवार थे. जब बस में आग लगी तो 10 से 12 यात्री कूदकर भाग गए. मौके पर बचाव टीम पहुंची है.
जानकारी के अनुसार, बस एक बाइक से टकरा गई थी। बाइक बस के नीचे घुस गई और फ्यूल टैंक से टकराते ही आग लग गई। देखते ही देखते बस पूरी तरह आग की लपटों में घिर गई। बस में लगभग 40 यात्री सवार थे, जिनमें से 19 यात्रियों ने किसी तरह कूदकर जान बचाई।


कुरनूल रेंज के डीआईजी कोया प्रवीण ने बताया कि आग लगने के बाद बस में शॉर्ट सर्किट हुआ, जिससे बस का दरवाजा जाम हो गया और कुछ ही मिनटों में पूरी बस जलकर खाक हो गई। उन्होंने कहा कि कई शव पूरी तरह जल चुके हैं, जिससे उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। मरने वालों में ज्यादातर लोग 25 से 35 वर्ष के हैं।
पुलिस ने बताया कि आग में झुलसे हुए कई लोगों की हालत गंभीर है। राहत और बचाव कार्य जारी है, और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच चुकी है।
गौरतलब है कि ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा कुछ दिन पहले राजस्थान के जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर हुआ था, जहां 14 अक्टूबर को एक चलती एसी स्लीपर बस में आग लगने से 22 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। दोनों हादसों में एक जैसी भयावह स्थिति रही — बस का गेट लॉक हो गया, यात्रियों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला, और आग इतनी तेजी से फैली कि लोग बच नहीं पाए।
बताया जा रहा है कि बस में सवार ज़्यादातर यात्री हैदराबाद और बेंगलुरु के बीच काम करने वाले प्रवासी मज़दूर हैं. पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है और जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बस चालक तेज़ गति से गाड़ी चला रहा था और बारिश के कारण कम दृश्यता के कारण सामने से आ रही मोटरसाइकिल को नहीं देख पाया.
फिलहाल कुरनूल हादसे की जांच जारी है और पुलिस ने बस मालिक से पूछताछ शुरू कर दी है।


